खरगोन
 खरगोन के रहने वाले 34 मजदूर महाराष्ट्र में बंधक बने हुए थे। पुलिस ने उन मजदूरों को मुक्त कराया है। महाराष्ट्र के किसान के चंगुल से मजदूरों को छुड़ाकर बड़वाह लाया गया है। ग्रामीणों ने बड़वाह एसडीओपी मान सिंह ठाकुर को माला पहना कर स्वागत किया है। डेढ़ माह से मजदूरों को महाराष्ट्र के एक किसान ने बंधक बना कर रखा था। वीडियो वायरल कर मजदूरों ने मदद मांगी थी।

खरगोन जिला मुख्यालय से 80 किलोमीटर दूर बड़वाह के 34 मजदूर महाराष्ट्र में बंधक बने हुए थे। इन्हें खरगोन पुलिस छुड़ा कर वापस लाई है। दरअसल, ग्राम पंचायत बामनपुरी, ग्राम भिकारखेड़ी और नागझिरी के 34 आदिवासी मजदूर गन्ना काटने के लिए महाराष्ट्र गए थे। करीब डेढ़ माह बाद मजदूरों ने मोबाइल से वीडियो बनाकर बामनपुरी सरपंच को बताया कि हमें वाजिब मजदूरी नहीं दी जा रही है। हमें धमकाया जा रहा है और कुछ महिला मजदूरों को विरोध करने पर मारपीट भी की गई है। हमें खेत मालिक ने बंधक बनाकर रखा हुआ है, हमारी मदद करो।

वीडियो मिलने के बाद सरपंच और मजदूरों के परिजनों ने पूरा मामला एसडीओपी बड़वाह मान सिंह ठाकुर को बताया। मामले की गंभीरता देख एसडीओपी ठाकुर ने तुरंत महाराष्ट्र के खेत मालिक से संपर्क कर मजदूरों की रिहाई को लेकर चर्चा की थी। खेत मालिक ने स्वयं के खर्च पर मजदूरों को लौटाने का भरोसा दिया था। रविवार की रात करीब 10 बजे मजदूरों की घर वापसी हुई है। पुलिस सभी को लेकर बड़वाह सिविल अस्पताल पहुंची, जहां उनका मेडिकल कराया गया।

जांच में सभी की स्थिति सामान्य पाई गई है।पुलिस ने कहा कि मीडिया और गांव के सरपंच के माध्यम से तीन-चार दिन पहले पता चला था कि महाराष्ट्र के बामनपुरी, भिकारखेड़ी और नागझिरी के करीब 34 मजदूरों को खेत मालिक ने बंधक बनाकर रखा है। सूचना पर संबंधित खेत मालिक से बात की गई। पुलिस टीम भेजी गई और सभी 34 मजदूरों को मुक्त करा कर बड़वाह लाया गया है। यहां से उन्हें गांव भेज दिया गया है।

Source : Agency